मंगलौर। गंगनहर पटरी पर एक पुरुष का अधजला शव मिलने से हड़कंप मच गया। हत्या के बाद गंगनहर पटरी पर शव जलाने के प्रयास की आशंका है। सुबह गंगनहर पटरी पर दौड़ लगा रहे युवकों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी।
शव का अधिकांश हिस्सा जल जाने से शिनाख्त होना मुश्किल हो रहा है। एसएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। पुलिस शिनाख्त के प्रयास कर रही है। शनिवार की सुबह मोहम्मदपुर जट निवासी कुछ युवक नसीरपुर गंगनहर पुल से गुरुकुल नारसन की ओर मार्निंग वाक कर रहे थे।
शव का अधिकांश हिस्सा जला, नहीं हो पाई शिनाख्त
नसीरपुर पुल से करीब एक किलोमीटर आगे सड़क किनारे उन्हें एक पुरुष का अधजला शव दिखाई दिया। गंगनहर पटरी के किनारे शव को जलाने का प्रयास किया गया था। अधजला शव देख इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने शव की शिनाख्त के प्रयास किया, लेकिन शव का अधिकांश हिस्सा जल जाने की वजह से शिनाख्त नहीं हो पाई।
जिस जगह पर अधजला शव मिला है। वहां पर अंतिम संस्कार के दौरान शव पर डाली जाने वाली सामग्री, लौंग आदि सामान मिला है। हत्या के बाद शव जलाने की आशंका जताई गई है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ मंगलौर विवेक कुमार ने मौके पर पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली है।
हत्या था मकसद तो चिता लगाकर जलाने की क्या थी वजह
व्यक्ति की हत्या करना मकसद था तो उसकी चिता लगाकर उसका शव जलाने के पीछे क्या वजह रही है। हत्या के बाद आरेपित शव को गंगनहर या फिर जंगल में भी फेंक कर फरार हो सकते थे। शव को जलाने के लिए इतना बड़ा खतरा उठाने के पीछे क्या मंशा रही थी। यह सवाल पुलिस के जेहन में कौंध रहा है।
इस सवाल का जवाब तक पहुंचने से पहले पुलिस को शव की शिनाख्त करनी पडेगी। वहीं पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि कहीं उप्र की सीमा में तो हत्या कर यहां पर शव जलाकर साक्ष्य नष्ट करने का प्रयास तो नहीं हैं। मंगलौर कोतवाली के गुरुकुल नारसन पुलिस चौकी क्षेत्र में शनिवार की सुबह चिता लगाकर व्यक्ति को जलाने का प्रयास किया गया था।
चिता में व्यक्ति का चेहरा, सीना, पेट और अन्य हिस्से जल गये थे। पैर और कुछ हिस्सा अधजली हालत में था। शव मिलने के बाद हर कोई हत्या की आशंका जता रहा है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने भी यह आशंका जताई है कि उप्र की सीमा में हत्या कर शव को यहां पर जलाने का प्रयास नहीं किया गया। हर कोई अलग अलग आशंका जता रहा है। लेकिन एक सवाल ऐसा है। जिसका जवाब किसी के पास नहीं है।
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
शव को चिता लगाकर जलाने की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। पुलिस अब इस सवाल का जवाब तलाशने में लगे है। यदि उप्र की सीमा में हत्या कर शव को यहां पर जलाने का प्रयास किया गया तो आखिर पुलिस को इसकी भनक क्यों नहीं लग पाई। जिससे पुलिस की गंगनहर पटरी पर होने वाली गश्त पर सवाल खड़े हो रहे है। जबकि यह सड़क उप्र की सीमा से लगती हुई है।
एक बड़ा सवाल यह है कि हत्या के बाद चिता लगाकर शव को क्यो जलाया गया। हत्या करने वाले चाहते तो शव को गंगनहर या अन्य जगह फेंक कर फरार हो जाते। शव को जलाना था तो पेट्रोल डालकर जला सकते थे। चिता लगाकर जलाने की वजह का जवाब तलाशना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है।
वहीं मृतक के शरीर का काफी हिस्सा जल जलाने की वजह से उसकी शिनाख्त करना भी बड़ी चुनौती रहेगा। हालांकि पुलिस मृतक का डीएनए सैंपल सुरक्षित रखवाने की बात कह रही है। जिससे की उसकी शिनाख्त करने में आसानी रहे।
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